समराना-ताल : गाँव का गौरवपूर्ण क्रीड़ा स्थल
वैसे तो इस विशाल मैदान को प्राचीन समय से “समराना-ताल” के नाम से जाना जाता है, लेकिन आज के बदलते दौर में कई लोग इसे “समर सिंह क्रीड़ा-स्थल” या “समर सिंह स्टेडियम” के रूप में भी पहचानते हैं। यह मैदान गाँव के दक्षिण-पश्चिमी छोर पर स्थित है, जहाँ चारों ओर हरियाली और खुले आसमान का सुंदर नज़ारा देखने को मिलता है। इसके ठीक विपरीत दिशा में, अर्थात दक्षिण-पूर्वी छोर पर गाँव का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय स्थित है, जिससे इस क्षेत्र को एक शिक्षात्मक और खेलकूद का संगम कहा जा सकता है।
समराना-ताल का आकार भी काफ़ी प्रभावशाली है — इसकी लंबाई लगभग 400 मीटर और चौड़ाई लगभग 150 मीटर है। यह विशाल मैदान न केवल गाँव के युवाओं के लिए खेलकूद का प्रमुख केंद्र है, बल्कि यहाँ समय-समय पर क्रिकेट प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें आसपास के कई गाँवों की टीमें उत्साहपूर्वक भाग लेती हैं। प्रतियोगिता के दिनों में यहाँ का माहौल उल्लास, जोश और खेल-भावना से भर उठता है।
हर दिन की शाम के समय, जब सूरज ढलने को होता है और हल्की हवा बहने लगती है, तो गाँव के लड़के यहाँ वॉलीबॉल का मैच खेलते हुए दिखाई देते हैं। उनकी ऊर्जा और उत्साह पूरे मैदान में एक अलग ही रौनक भर देता है — ठीक वैसे ही जैसा कि इस तस्वीर में साफ़ दिखाई देता है।
वास्तव में, समराना-ताल केवल एक मैदान नहीं, बल्कि गाँव की खेल भावना, एकता और परंपरा का प्रतीक है। यह वह स्थान है जहाँ पीढ़ियाँ दर पीढ़ियाँ खेल के माध्यम से दोस्ती, टीमवर्क और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का संदेश देती रही हैं।





